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डीसीपी का आर्डर- घटना के 72 घंटे के अंदर पकड़ें बदमाश, नहीं तो ऑफ कैंसिल

नई दिल्ली: राजधानी में लगातार बढ़ रही झपटमारी ने लोगों का जीना मुस्किल कर रखा है। तकरीबन हर जिले में रोज चार से पांच महिलाएं व पुरुष झपटमारों के शिकार हो रहे हैं ।

किसी की सोने की चेन तो किसी का मोबाइल फोन व किसी का रुपयों से भरा बैग लूट व झपट लिए जाते हैं। सड़कों पर इस तरह के बेतहाशा बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने के लिए द्वारका जिले के डीसीपी शंकर चौधरी ने आर्डर जारी कर कहा कि अगर किसी थानाक्षेत्र में लूट व झपटमारी की घटना होती है तो संबंधित थाने के पुलिसकर्मी 72 घंटे के अंदर वारदात में शामिल बदमाशों को तो पकड़ें ही साथ ही उनसे लूटे व झपटे गए सामान भी बरामद करें। ऐसा नहीं करने पर वे सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

जिले के पुलिसकर्मी बता रहें हैं तुगलकी फरमान

21 मई को डीसीपी द्वारा जारी उक्त फरमान महकमे में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस आर्डर को जहां जिले के पुलिसकर्मी तुगलकी फरमान बता यह कह रहे हैं इस तरह के आदेश का पालन करना संभव नहीं होगा। वहीं आम लोगों का कहना है कि डीसीपी का यह आदेश समाज हित में लिया गया बेहतर निर्णय है। बता दें कि शंकर चौधरी अटपटे तरह के आर्डर जारी करने को लेकर आए दिन सुर्खियों में रहते हैं। इनके द्वारा लिए गए उक्त ताजा निर्णय अगर परवान चढ़ा तब भविष्य में दिल्ली के अन्य जिलों के डीसीपी को भी इनका अनुकरण करना होगा।

लूट का सामान भी हो बरामद

जानकारी के मुताबिक 21 मई को शंकर चौधरी ने बहुत व्यापक और वैज्ञानिक रूप से तैयार की गई सड़क अपराध विरोधी गश्ती योजना का शुभारंभ किया जिसका नाम गापिक्स दिया गया है। आदेश में उन्होंने कहा है कि लूट व झपटमारी जैसे अपराध होने पर 72 घंटे के अंदर संबंधित थाना पुलिस बदमाशों को तो पकड़े ही साथ ही उनसे लूटे व झपटे गए सामान भी बरामद करें।

होगी कड़ी कार्रवाई

अगर एक सप्ताह तक भी पुलिसकर्मी बदमाशों को गिरफ्तार नहीं कर पाएंगे और उनके सामान बरामद नहीं कर पाएंगे तब ऐसी स्थिति में थाने के क्रैक टीम, संबंधित बीट स्टाफ, एसएचओ, इंस्पेक्टर एल एंड आर्डर, इंस्पेक्टर इंवेस्टिगेशन को जिम्मेदार ठहराया जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आदेश में डीसीपी ने हर दिन कुछ-कछ घंटों के लिए हर थानाक्षेत्र में एसीपी व इंस्पेक्टर से लेकर बीट स्टाफ की जिम्मेदारी तय कर दी है। जिन्हें सड़कों पर चौकस रहते हुए गश्त करने को कहा है। जिस समयावधि में घटना घटेगी उसके लिए संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होंगे।

रद होगा साप्ताहिक अवकाश

निर्धारित समय तक केस का खुलासा न हो पाने पर संबंधित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई तो होगी ही साथ ही उन्हें मिलने वाले साप्ताहिक अवकाश को भी रद कर दिया जाएगा। ऐसे जिम्मेदारी पुलिसकर्मी, बीट स्टाफ व ई चिटठा मुंशी को हर सप्ताह शुक्रवार को होने वाले परेड में हर हाल में शामिल होने को कहा गया है।

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