इंदिरापुरम में पत्नी से कहासुनी के बाद पहले बेटी को लटकाया फिर फांसी पर खुद झूल गया युवक
गाजियाबाद के थाना विजयनगर इलाके की अकबरपुर बहरामपुर कॉलोनी में रहने वाले 25 वर्षीय युवक और उसकी 1 वर्षीय पुत्री संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी के फंदे पर लटके मिले।
मृतक यूपी के हापुड़ जिले का रहने वाला है।
सुबह पत्नी जब पति के कमरे में गई तो हुई जानकारी।
युवक पेट्रोल पंप पर सेल्समैन का काम करता था।
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के थाना विजय नगर इलाके की अकबरपुर बहरामपुर कॉलोनी में रहने वाले एक युवक ने पत्नी से मामूली कहासुनी होने के बाद पहले अपनी 1 साल की बेटी को फांसी के फंदे पर लटकाया और फिर खुद भी फांसी के फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली। इसकी जानकारी मृतक की पत्नी को सुबह उस वक्त मिली, जब पत्नी ने कमरे में जाकर देखा। इस दर्दनाक मंजर को देखते ही पत्नी की चीख निकल गई और आसपास के लोगों को बुलाया। वहीं, स्थानीय पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने पिता और पुत्री के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और जांच में जुट गई।
पिता- पुत्री फांसी के फंदे पर लटके मिले
जानकारी के मुताबिक, करीब 25 वर्षीय अमित चौहान मूल रूप से हापुड़ जिले के आलमनगर गांव का रहने वाला था, जोकि इंदिरापुरम स्थित एक पेट्रोल पंप पर सेल्समैन था। पिछले काफी समय से थाना विजय नगर इलाके कि अकबरपुर बहरामपुर कॉलोनी में अपनी 1 साल की पुत्री और पत्नी के साथ रह रहा था। गुरुवार देर रात किसी बात को लेकर उसकी पत्नी से कहासुनी हो गई, जिसके बाद वह अपनी पुत्री को लेकर दूसरे कमरे में चला गया. लेकिन जब सुबह के वक्त वह कमरे से बाहर नहीं आया और कोई आवाज नहीं आई तो पत्नी ने अंदर जाकर देखा तो उसकी बेटी और पति दोनों ही फांसी के फंदे पर लटके हुए थे। यह दर्दनाक मंजर देखते ही उसकी चीख निकली और पुलिस को सूचित करते हुए पड़ोसियों को बुलाया।
घरेलू विवाद के चलते उठाया यह कदम
क्षेत्राधिकारी स्वतंत्र सिंह भी खुद मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि मृतक की पत्नी के द्वारा इस तरह की सूचना प्राप्त हुई थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो करीब 25 वर्षीय अमित और उनकी 1 वर्षीय भूमिका फांसी के फंदे पर लटके हुए थे। उनके पास किसी तरह का कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला। पुलिस की जांच में पूछताछ के दौरान मृतक की पत्नी ने बताया कि देर रात उनके पति से मामूली कहासुनी हुई थी, जिसके बाद वह अपने कमरे में चले गए थे। सुबह जब कमरे में कोई हलचल नहीं दिखाई दी और बाहर नहीं आए तो उन्होंने कमरे में जाकर देखा, तब इसकी उन्हें जानकारी हुई।