बिजली बिल भुगतान करने में उत्तर प्रदेश का जिला गोंडा सबसे फिसड्डी , विभाग ने अधिकारियों को 44 सौ करोड़ रुपए वसूली करने के दिए निर्देश”
मध्यांचल विद्युत विभाग के एमडी सूर्यपाल गंगवार ने विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर बिजली उपभोक्ताओं से बिल वसूलने के लिए 15 दिन का मास्टर प्लान तैयार किया.
बिजली भुगतान में गोंडा की स्थिति बेहद खराब है. गोंडा में 11 लाख विद्युत उपभोक्ताओं में से साढ़े चार लाख ज्यादा डिफॉल्टर्स हैं. इसी को लेकर गुरुवार को मध्यांचल विद्युत विभाग के एमडी सूर्यपाल गंगवार ने जिले का दौरा किया. और विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर बिजली उपभोक्ताओं से बिल वसूलने के लिए 15 दिन का मास्टर प्लान तैयार किया.
बिल भुगतान ना करने वालों पर होगी कार्रवाई
एमडी सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि रेवेन्यू जमा करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है. तेरह सौ ग्राम पंचायतों में लगभग 100 अधिकारियों की टीम सूचना देने के बाद जाएगी. जहां बिल संशोधन के साथ-साथ अन्य कार्रवाई जैसे मीटर से संबंधित समस्याओं का समाधान किया जाएगा, साथ ही यहां लोग अपना बिल जमा कर सकेंगे. वहीं, बिल का भुगतान ना करने वालों पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.
44 सौ करोड़ का बकाया है बिल
बता दें कि गोंडा जिला मध्यांचल रेवेन्यू की दृष्टिकोण से सबसे खराब प्रदर्शन कर रहा है. यहां विद्युत उपभोक्ताओं पर करीब 44 सौ करोड़ रुपये का बिल बकाया है. उन्होंने कहा ऐसी स्थिति डिस्कॉम के लिए बहुत चिंताजनक है. रिवेन्यू कलेक्शन का काम जोर-शोर से हो इसके लिये अगले 15 दिन एक अभियान चलाया जाएगा. जिसमें मीटर रीडर और कलेक्शन एजेंट के साथ विभागीय अधिकारी सभी ग्राम पंचायतों में जाएंगे.