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उत्तरप्रदेश

सिंगल स्टेज परिवहन नीति के विरुद्ध ठेकेदारों से सांठगांठ/भ्रस्टाचार कर खाद्यान्न उठान में भारी मात्रा में झोलझाल

शाहजहांपुर। एफसीआई गोदाम रौसर कोठी पर खाद्यान्न उठाने के लिए तीन अधिकारियों एआरओ बीएस डोलिया पूर्ति निरीक्षक महेश कुमार और बाबू प्रशांत कुमार की ड्यूटी लगाई गई है।कोई भी अधिकारी व कर्मचारी मौके पर नही है।

ठेकेदारों को एडवांस में टीडीएस स्लिप वाउचर हस्ताक्षर कर उनसे मिलीभगत कर भ्रस्टाचार के तहत उनको दे दी गई जिसके दुष्परिणाम स्वरूप ठेकेदारों ने अपने स्वयं प्राइवेट कर्मी से टीडीएस कटवाई जबकि टीडीएस काटने का कार्य प्रेषण अधिकारी का होता है।

सबूत के तौर पर यदि टीडीएस पर लिखी राइटिंग का मिलान संबंधित तैनात कर्मचारियों से राइटिंग से किया जाये तो कर्मचारी और ठेकेदारों की मिलीभगत से दुर्गसंधि एवं भ्रष्टाचार का पर्दाफाश स्वयं हो जायेगा।

इसके अतिरिक्त ठोस साक्ष्य के रूप में एफसीआई गोदाम पर तैनात आपूर्ति विभाग के अधिकारी/कर्मचारी के मोबाइल फोन की लोकेशन से भी सारी स्थिति स्वता स्पष्ट हो जायेगी।

जानकारी के अनुसार कर्मचारियों की लोकेशन तैनाती एफसीआई डिपो पर नही मिलेगी।इसी प्रकार का खेल एफसीआई गोदाम बरतारा एवं जमौर पर खेला जा रहा है उच्चाधिकारियों को अपने हिस्से का माल मिलने पर वह सब आंख मूदकर बैठे हुए हैं।

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उपरोक्त प्रकार से जनपद में किये जा रहे खाद्यान्न योजना से खिलवाड़ का एक ठोस सबूत यह भी है कि एफसीआई से दिनांक 1,2,3,4 दिसंबर 2021 में डिस्पेच प्रभारी व अन्य तैनात कर्मचारियों के द्वारा मिलीभगत/भ्रस्टाचार कर खाद्यान्न स्वयं उठा लिया जाता है।

उठान किये गये खाद्यान्न की मात्रा का डिस्पेच ऑनलाइन उसी दिनांक को डिस्पेच अधिकारी द्वारा किया जाना चाहिए था जबकि ऐसा न करके दो तीन दिन बाद या अगले दिन ऑनलाइन डिस्पेच कार्य कराए जाने की सूचना प्राप्त हुई है।

उठान बाले दिन यदि ऑनलाइन डिस्पेच कर दिया जाये तो संबंधित कोटेदार को इसका मेसेज तुरंत मिल जायेगा और वह कहीं भी हो मेसेज मिलने के बाद जब तक खाद्यान्न उसकी दुकान पर पहुंचेगा तब वह आसानी से दुकान पर पहुंच जायेगा।जबकि अधिकारी व कर्मचारी ऐसा नही करते हैं खाद्यान्न पहुंचने के दो या तीन दिन बाद कोटेदार के पास मेसेज पहुंचता है।

एफसीआई गोदाम से जिन ट्रकों में खाद्यान्न का उठान किया जा रहा है उन ट्रकों पर राज्य सार्वजनिक वितरण प्रणाली का खाद्यान्न शब्द नही लिखा है और न ही शिकायत निवारण हेतु विभागीय टोल फ्री नम्बर लिखा गया है।इसके अतिरिक्त संबंधित पूर्ति निरीक्षकों व विपणन निरीक्षकों द्वारा उनके क्षेत्र से संबंधित कोटेदारों को नियमानुसार सही मात्रा व गुणवत्ता का खाद्यान्न उनको प्राप्त हो गया इस तथ्य का पर्यवेक्षण कार्य भी संबंधित पूर्ति निरीक्षकों/विपणन निरीक्षकों द्वारामिलकर नही किया गया।और न ही इस आशय की कोई लिखित रिपोर्ट जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी को नही भेजी गई जबकि उपरोक्त प्रकार के कार्य किये जाने का स्पष्ट शासनादेश प्रमुख सचिव खाद्य तथा रसद विभाग उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ के द्वारा 9 मार्च 2021 को जारी किया जा चुका है।जिसके विपरीत जाकर जनपद में उठान कराया जा रहा है।इस प्रकार जनपद शाहजहांपुर में सिंगल स्टेज परिवहन नीति का घोर उल्लंघन किया जा रहा है।

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रौसर कोठी एफसीआई डिपो करीब 3 बजे मीडिया टीम पहुंची तो वहां खाद्य तथा रसद विभाग के तैनात एआरओ बीएस डोलिया डिपो प्रेषण प्रभारी, पूर्ति निरीक्षक महेश कुमार व पूर्ति लिपिक प्रशांत नही मिले उनके स्थान पर सादे टीडीएस स्लिप पर पूर्व से किये गये प्रेषण प्रभारी महेश कुमार के हस्ताक्षर बुक पर नीले पेन से किये गये। जिससे स्वयं ठेकेदार अपने आप से उठान करता पाया गया।इस बात की पुष्टि टीडीएस स्लिप पर लिखी गई राइटिंग का मिलान तैनात कर्मचारियों की राइटिंग करने पर स्थिति स्वयं स्पष्ट हो जायेगी इतना बड़ा भ्रस्टाचार होने के बाद भी उच्चाधिकारी संबंधित कर्मचारियों व ठेकेदारों के विरुद्ध कार्यवाही करने से क्यूँ कतरा रहे हैं।

विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने भ्रस्टाचार पर लगाम लगाने के लिए स्टेज परिवहन नीति शुरू की थी बाबजूद उसके वह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई।

इस सम्बंध में डीएसओ ओम हरि उपाध्याय से जब उनका पक्ष जानने के लिए उनके सीयूजी नम्बर पर सम्पर्क किया गया तो उन्होंने बड़े मधुर व्यवहार से बात शुरू की जैसे ही संवाददाता के द्वारा भ्रष्टाचार से सम्बंधित सवाल पूछा गया तो वह इस तरह भड़क गये जैसे उनकी दुखतीरंग पर चोट कर दी हो और झल्ला कर जबाब देते हुए कहा कि में इस सम्बंध में कोई जबाब नही दे पाऊंगा आप यही बयान लगा देना।

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